उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामूला जिलों में आज पुलिस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने पथराव कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए यह फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि यहां से 150 किलोमीटर दूर आज सुबह करालपोरा-त्रेहग्राम के लोगों ने नारे लगाते हुए एक जुलूस निकाला। पुलिस ने जब उनसे अलग-अलग हटने को कहा तो वे उनसे भिड़ गईं इस कारण पुलिस को गोली चलाने के लिए बाध्य होना पड़ा। इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए।
कुपवाड़ा जिले में कर्फ्यू लगा
मृतक की पहचान 23 वर्षीय मुद्दसर अहमद के रूप में की गई है। वहीं घायलों में 50 वर्षीय जन्नत बेगम को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों घायलों की हालत स्थिर है। प्रवक्ता ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुपवाड़ा जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ बारामूला जिले के पट्टन शहर में लोग कर्फ्यू तोड़कर सुरक्षा बलों से भीड़ गए जिस कारण सुरक्षा बलों को आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा। इस घटना में एक युवक घायल हो गया।
सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी
घायल युवक को श्रीनगर के सोरा चिकित्सा संस्थान में रेफर कर दिया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि पट्टां, बारामूला, हंदवाड़ा और कुपवाड़ा को छोड़कर घाटी के किसी अन्य भाग में कर्फ्यू नहीं लगाया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक युवकों के दल ने श्रीनगर के शेराज चौक, रांगर स्टॉप और जल्दागर में सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की है। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। अलगाववादियों द्वारा किए गए बंद के आह्वान के कारण घाटी में अभी जनजीवन ठप्प पड़ा है। दुकानें, सरकारी दफ्तर, शिक्षण और वयापारिक संस्थान अभी भी बंद हैं।
2 comments:
कश्मीर के इन हालातों के लिए सीधे तोर पर केवल अल्गाओवादियो को ही दोशी माना जा सकता है
आप बिलकुल सही कह रहे है मित्र इस सब के पीछे अल्गाओवादि ताकते ही जिमेवार है मेरा ब्लॉग पढ़ कर उसमे कमेन्ट करने के लिए आपका बहुत धन्यवाद
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