किसी के प्रति अपना विरोध जताने के लिए उस व्यक्ति पर जूता फेंकने का सिलसिला अब रुकने का नाम ही नहीं ले रहा अमेरिका से शुरू हुआ विरोध का यह तरीका अब अधिकतर लोगो को सबसे बढ़िया लगने लग पड़ा है शायद यही वजह है की आज जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर स्वाधीनता दिवस समारोह के दौरान एक व्यक्ति ने जूता उछाल दिया। जूता अब्दुल्ला के शरीर को छू नहीं सका और वह उनके बेहद करीब से निकल गया।
घटना के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "विरोध करने का यह तरीका सही नहीं है लेकिन शुक्र है कि वह जूता था, पत्थर नहीं।"
लेकिन चाहे विरोध का यह तरीका सही नहीं है लेकिन गौर करने योग्य बात यह है की आखिर ऐसी क्या वजह रही होगी की कश्मीर पुलिस के युवक को ऐसा कदम उठाना पड़ा शायद कश्मीर घाटी के बिगड़े हालत ही इसकी सबसे बड़ी वजह है क्यूंकि आज घाटी के हालत बिगड़े लग-भाग दो महीने का समय होने लगा है लेकिन सरकार की और से इसको सुधारने के प्रयास न काफी ही साबित हुए है और आज यही कारन रहा की कश्मीरी युवक ने मजबूर होकर अपना विरोध अपने ही राज्य के मुख्यमंत्री पर इस प्रकार जूता फ़ेंक कर जताया ........................
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